चर्चाओं में वक्त पुराना अच्छा लगता है
कहीं कहीं पर नया ज़माना अच्छा लगता है
किसी किसी का आना अच्छा लगता है
लेकिन कुछ लोगों का जाना अच्छा लगता है
कभी किसी के सच पर भी विश्वास नहीं होता है
और किसी का सिर्फ बहाना अच्छा लगता है
हमने कई डिग्रियां ले ली पढ़ लिखकर,लेकिन
अब भी दादी का धमकाना अच्छा लगता है
मौटे मोटे धर्मग्रंथ पढ़ने के एवज़ में
बच्चों से दिल बहलाना अच्छा लगता है
तन्हाई की यादों के बादल घिर आने पर
तस्वीरों से दिल बहलाना अच्छा लगता है...
1 comment:
शायद सभी को अच्छा लगता है..
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