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Wednesday, March 23, 2011

luv u mate


लव यू मेट..लेखक डा पुनीत सेठी
                                                    एक बहुत ही मंनोरंजक कहानी जिसमें आज के कम्यूटर युग की सोशल नेटवर्किंग साइट जैसे कि फेसबुक को आधार बनाया गया है।कहानी कीशुरूआत ऐसे होती है कि इन सोशल साइट पर नेटवर्किंग की जानकारी भी नहीं है उन्हें भी कब दोस्त बनाते बनाते नेटवर्किंग का ज्ञान हो जाता है पता ही नहीं चतला।औऱ इस नेटवर्किंग की तिलस्मी दुनिया की कहानी में स्वयं को भी कहीं कहीं ना जुडा हुआ पाते हैं।कहानी इतने दिलचस्प मोड़ों से गुजरती है कि यह कहानी खुद अपनी सी लगने लगती है।नेटवर्किंग की तिसल्मी दुनिया के लिए यह एक मंनोरंजन के साथ साथ सही तरीके से परिचय बढाने की भी जानकारी देती हैं।...आई लव यू एक ऐसा शब्द है जिसे हम आम तौर पर उपयोग करते हुए अक्सर इसके प्रभाव को भूल जाते हैं।लेखक ने बहुत ही आकर्षक ढंग से इस बात को बताना चाहा है कि फेसबुक या किसी अन्य सोशल साइट पर I love u यानि कि मै तुमसे प्यार करता हूं जैसे शब्दोंका प्रयोग बहुत ही आम हो गया है.जिसका गलत मतलब नहीं लगा लेना चाहिएं.....और ख़ासकर इस इस्तेमाल का लेकर कितना सचेत रहना चाहिएं.


                    यह कहानी इस बात को भी सिद्ध करती है कि आज के इस दूरसंचारी युग  नैट वर्क में सारी दुनिया सिमट कर एक 22 इंच के छोटे से डिब्बे में आ  गई हैं।कहानी का दिलचस्प मोड है भारतमें रहने में रहने वाले एक युवक को अमेरीकी लडकी से प्रेम हो जाता है...कहानी कई मोड लेते हुए दुनिया के सबसे गहरे सागर मेरियाना ट्रेंच तक भी पहुंच जाती है। नेट की मायावी दुनिया में मौजूद तमाम कैरेक्कटरों की तरह सागरीय जीवों के बीच बडी ही सुंदरता से कही गई इस कहानी को अहमदाबाद के गांधी आश्रम तक लेकर आया जाता है।जहां सारे दुनिया में अमन शांति का पैगाम दिया है। प्रेम,आस्था,और अमन के बीच पिराई गई इस कहानी के तानेबाने में लेखक ने बहुत ही आकर्षक ढ़ंग से आधुनिय जीवन शैली को दर्शाया हैं।

1 comment:

Anonymous said...

Great Keshav..thanks, you are a gem: Luv U Mate....