Sunday, February 14, 2010
गुलाब और प्यार
वैलेंटाइन अब केवल प्रेमी-प्रेमिकाओं का ही त्योहार नहीं ......इस दिन हर उस व्यक्ति के प्रति स्नेह जताने का चलन हो गया है.......,जिसे किसी भी रूप में प्यार किया जाता हो...... लोग अपने दोस्तों, शिक्षकों, वरिष्ठों को भी फूल देकर स्नेह और आदर प्रकट करते हैं.... यह जरूर है कि स्नेह की भावना के प्रकार को प्रकट करने के लिए फूलों का रंग अलग-अलग होते हैं। सबसे पहले बात गुलाब के रंगों की....सफेद गुलाब शांति का,पीला गुलाब -गुलाबी दोस्ती का और लाल प्यार का प्रतीक है। यही कारण है कि लाल रंग के गुलाब की कीमत इस दिन सबसे ज्यादा होती है। पीला गुलाब जहाँ 15 रुपए का मिलता है,तो लाल गुलाब 20 रुपए का। बाकी सभी रंग दस-दस रुपए में भी मिल जाते हैं। इस रंग का गुलाब सच्चे प्यार को प्रर्दिशत करता है। इसके अलावा लाल गुलाब इज्जत, पैशन और उत्साह को दर्शाता है। खूबसूरती और एलीगेंस का प्रतीक है गुलाबी गुलाब। हल्के गुलाबी रंग के गुलाब का अर्थ सहानुभूति और गहरे गुलाबी रंग के गुलाब को कृतज्ञता से जो़ड़कर देखा जाता है। इसे जादू या मोह से जो़ड़ा जाता है। यदि किसी को पहली नजर में प्यार हो गया हो, तो वह इन गुलाबों को उस व्यक्ति को भेंट कर सकता है।
इसको शुद्घता और सरलता से जो़ड़कर देखा जाता है। किसी को सफेद गुलाब देने का अर्थ उसके प्रति प्यार और इज्जत दिखाना है। गुलाब की कली जवां मोहब्बत या सरलता का प्रतीक है। पूरी तरह से खिला गुलाब आपके विकसित प्रेम का सबूत है। एक खिले गुलाब के साथ दो गुलाब की कली, आपके गुप्त प्यार की परिचायक है।फूल तो वह गुलाब का ही है, लेकिन हर फूल का रंग अलग बात कहता है। इसलिए जब भी आप अपनी भावनाओं का इजहार करना चाहें, तो बेशक गुलाब का चुनाव करें लेकिन उसके रंग पर खास ध्यान दें। सही रंग का चयन करने से आपकी अभिव्यक्ति को ज्यादा अर्थ मिल जाएँगे। किसी को गुलाब देते समय न केवल रंगों पर ध्यान देने की जरूरत है, बल्कि गुलाबों की संख्या और गुलाब की परिपक्वता भी आपकी भावनाओं का इजहार करती है। दो गुलाबों का अर्थ, दो होकर भी एक से है। परंपरागत रूप से दो गुलाबों को किसी भी सगाई या शादी में दिया जाता है।
¬
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment