अभी अभी ......


Thursday, June 10, 2010

मां

किसी के हिस्से घर आया
किसी के हिस्से मकान
किसी के हिस्से खेती
किसी केहिस्से दुकान आई
आई मैं घर में सबसे छोटा था
मेरे हिस्से में मां आई


यूं कहीं से याद आ गया

4 comments:

दिलीप said...

badhiya...maa mil gayi to aur kya chahiye...

आशुतोष पार्थेश्वर said...

बंधु, ये मुनव्वर राणा की पंक्तियाँ है,

आशुतोष पार्थेश्वर said...

बंधु, ये मुनव्वर राणा की पंक्तियाँ है,

Udan Tashtari said...

आलोक श्रीवास्तव जी का शेर है...